ये हैं  बड़े शायरों के  बड़े शेर

हिंदी और उर्दू साहित्य में बड़े से बड़े कवियों और शायरों ने इश्क, दुनिया, दोस्ती, असबाब, गम, बेवफाई, रुसवाई सहित कई पहलुओं पर अपनी कविताएं और शायरी लिखी हैं। काव्य चर्चा सेक्शन के तहत यहां हम  बड़े शायरों के  बड़े शेर पेश कर रहे हैं। 


दिले-नादां तुझे हुआ क्या है 
आखिर इस दर्द की दवा क्या है 
-गालिब


 दर्द को दिल में जगह दो अकबर 
इल्म से शायरी नहीं होती 
-अकबर इलाहाबादी 

फलक देता है जिनको ऐश उनको गम भी होते हैं 
जहां बजते हैं नक्कारे वहां मातम भी होते हैं 


दिले-नादां तुझे हुआ क्या है 
आखिर इस दर्द की दवा क्या है 
-गालिब


 दर्द को दिल में जगह दो अकबर 
इल्म से शायरी नहीं होती 
-अकबर इलाहाबादी 

फलक देता है जिनको ऐश उनको गम भी होते हैं 
जहां बजते हैं नक्कारे वहां मातम भी होते हैं 
-दाग 

नाजुकी उन लबों की क्या कहिए
पंखुड़ी एक गुलाब की सी है 
मीर उन नीमबाज आंखों में 
सारी मस्ती शराब की सी है 
-मीर


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